Popati Dish | “पोपटी” महाराष्ट्रीयन डीश
पोपटी (popati dish): मिट्टी की खुशबू वाला पारंपरिक महाराष्ट्रीयन व्यंजन
पोपटी, मिट्टी की खुशबू से भरपूर एक लज़ीज़ और पारंपरिक महाराष्ट्रीयन व्यंजन है. यह विधि, प्राचीन काल से चली आ रही है, जहां लोह के बर्तनों में सब्जियों या चिकन को मसालों के साथ पकाया जाता था और फिर उन्हें धीमी आंच पर तंदूर या गड्ढे में मिट्टी से ढककर पकाया जाता था. मिट्टी की गर्मी से पोपटी को एक अनूठा धुएँदार स्वाद मिलता है, जो इसे बाकी सभी व्यंजनों से अलग बनाता है.
आज के समय में भले ही हम तंदूर या गड्ढों का इस्तेमाल न करते हों, लेकिन प्रेशर कुकर की मदद से पोपटी का स्वाद घर पर भी आसानी से बनाया जा सकता है. आइए जानते हैं पोपटी के इतिहास, इसकी खासियत और बनाने की विधि के बारे में.
पोपटी का इतिहास
पोपटी की उत्पत्ति महाराष्ट्र के गाँवों में मानी जाती है जहाँ खेती-बाड़ी करने वाले लोग खेतों में काम करने के बाद शाम को जल्दी से कुछ बनाकर खाना चाहते थे. ऐसे में, मौसमी सब्जियों और आसानी से मिलने वाले मसालों का इस्तेमाल कर पोपटी बनाते थे. लोहे के बर्तन में सब्जियों और मसालों को डालकर उसे धीमी आंच पर तंदूर या गड्ढे में मिट्टी से ढककर पकाया जाता था. धीमी आंच पर पकने के कारण पोपटी न सिर्फ स्वादिष्ट बनती थी बल्कि पौष्टिक भी होती थी.
पोपटी बनाने की यह विधि पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है और आज भी ग्रामीण महाराष्ट्र में इसे खासतौर से सर्दियों के मौसम में बनाया जाता है. हालांकि, अब शहरों में भी पोपटी को पसंद किया जाता है और इसे विभिन्न रेस्टोरेंट्स में भी शामिल किया जा रहा है.
पोपटी की खासियत
पोपटी को खास बनाने वाली कई चीज़ें हैं:
विशिष्ट पकाने की विधि: पारंपरिक रूप से पोपटी को मिट्टी से ढककर धीमी आंच पर पकाया जाता था. इससे सब्जियों या चिकन को धीरे-धीरे पकने का समय मिलता है और उनका प्राकृतिक स्वाद बरकरार रहता है. आज के समय में प्रेशर कुकर का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन प्रेशर कुकर में भी पोपटी का स्वाद लाजवाब बनता है.
धुएँदार स्वाद: मिट्टी से ढककर पकाने से पोपटी में एक हल्का धुएँदार स्वाद आता है, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाता है. भले ही अब हम मिट्टी का इस्तेमाल न करें, लेकिन प्रेशर कुकर में पकाते समय थोड़ा सा धुआँ देने के लिए आप एक जलती हुई चारकोल की टिकिया डाल सकते हैं.
सामग्री की सादगी: पोपटी बनाने में किसी भी तरह के विदेशी मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इसमें सिर्फ आसानी से मिलने वाली भारतीय मसालों और मौसमी सब्जियों या चिकन का इस्तेमाल किया जाता है.
पोपटी की विभिन्न विधियां
पोपटी को मुख्य रूप से दो तरह से बनाया जाता है – चिकन पोपटी और वेज पोपटी.
चिकन पोपटी: चिकन पोपटी बनाने के लिए चिकन के टुकड़ों को दही, इमली, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और अन्य मसालों के साथ मेरिनेट किया जाता है. फिर इसे लोहे के बर्तन में डाला जाता है और ऊपर से कटे हुए प्याज, टमाटर और हरी धनिया डाली जाती है. इसे धीमी आंच पर तंदूर या गड्ढे में मिट्टी से ढककर पकाया जाता था.
चिकन पोपटी बनाने की विधी :
मराठों की रणभूमि का स्वाद – मिट्टी के हंडी में चिकन पोपटी
पोपटी सिर्फ सब्जियों या चिकन से ही नहीं बनती बल्कि लजीज चिकन(भेड़ का मांस) से भी बनाई जा सकती है. आज की रेसिपी में हम आपको मिट्टी के हंडी में बनने वाली चिकन पोपटी बनाना सिखाएंगे. इस रेसिपी में हम चिकन के टुकड़ों को मसालों के साथ धीमी आंच पर हंडी में पकाएंगे. हंडी की मिट्टी गर्मी सोख लेती है और चिकन को धीरे-धीरे पकाती है, जिससे चिकन न सिर्फ नरम और रसदार बनता है बल्कि उसमें एक अनूठा धुएँदार स्वाद भी आता है. यह रेसिपी कभी मराठा साम्राज्य के सैनिक रणभूमि में तंदूर के अंगारों पर हंडी में पकाया करते थे. तो चलिए आज हम अपने किचन में ही मराठों के रणभूमि के स्वाद का लुत्फ़ उठाएं.
आवश्यक सामग्री
चिकन(बोनलेस) – 500 ग्राम (1 पाउंड) [छोटे टुकड़ों में काट लें]
दही – 1/2 कप
इमली का पेस्ट – 1 टेबलस्पून
हल्दी पाउडर – 1 टेबलस्पून
लाल मिर्च पाउडर – 1 टेबलस्पून (अपने स्वादानुसार कम या ज्यादा करें)
धनिया पाउडर – 1.5 टेबलस्पून
जीरा पाउडर – 1/2 टेबलस्पून
गरम मसाला पाउडर – 1/2 टेबलस्पून
बेसन – 2 टेबलस्पून
इनस्टेंट खमीर – 1/2 टेबलस्पून (छोटे)
तेल – 2 टेबलस्पून
प्याज – 1 (बारीक कटा हुआ)
टमाटर – 2 (बारीक कटे हुए)
हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी हुई)
अदरक-लहसुन का पेस्ट – 1 टेबलस्पून
हरा धनिया – कटा हुआ (गार्निश करने के लिए)
नमक – स्वादानुसार
Popati Dish : बनाने की विधि
- सबसे पहले चिकन के टुकड़ों को धोकर अच्छे से सुखा लें.
- एक बड़े बाउल में दही, इमली का पेस्ट, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, गरम मसाला पाउडर, बेसन, इनस्टेंट खमीर और नमक डालकर अच्छी तरह से मिला लें.
- अब इस मसाले के मिश्रण में चिकन के टुकड़ों को डालकर अच्छी तरह से कोट करें. चिकन को कम से कम 30 मिनट के लिए मैरीनेट होने दें.
- हंडी को धोकर गीले कपड़े से पोंछ लें. अगर हंडी पहली बार इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे 1 घंटे के लिए पानी में भिगो दें.
- एक लोहे की कड़ाही में तेल गर्म करें. तेल गर्म होने पर हींग डालें और फिर बारीक कटा हुआ प्याज डालकर सुनहरा होने तक भूनें.
- प्याज सुनहरा होने के बाद, अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर थोड़ा और भूनें. अब कटे हुए टमाटर और हरी मिर्च डालकर तब तक पकाएं जब तक टमाटर गल न जाएं और उनका रस निकल कर तेल ऊपर आ जाए.
- मसाला अच्छे से भुन जाने के बाद, मैरीनेट किया हुआ चिकन डाल दें. 2 मिनट तक चिकन को मसाले के साथ भूनें.
- हंडी में 1 कप पानी डालें और फिर उसपर बोराज के पत्ते जिसे अंग्रेजी में (Indian Boraj) और मराठी में दोडपात्र भी कहते है उन पत्तो से भरे और उसी से पुरी तरह से ढक दें. हंडी को चुल्हे पर रख कर चुल्हे को प्रज्वलित करे. और उसे अच्छी तरह से पकने दे… बोराज के पत्ते पोपटी को एक अलग महक देते है और उसे बेहद खुशबुदार बनाते है जीससे पोपटी में एक अलग ही जायका आता है और पोपटी को और लज्जतदार बनता है.
पोपटी की और एक मजेदार बात है के इसे ज्यादातर थाली में परोस कर नही खाया जाता या तो जमीन पर पेपर बिछाकर या फिर केले के पत्ते बिछाकर उसपर पलट दिया जाता है. महाराष्ट्र के गांव खेडो में यह ज्यादातर पसंद की जाने वाली यह रेसिपी खुले में और जंगल, खेतो और हरियाली में बनाई जाती है, जिसकी वजह से पोपटी का एक अलग ही कुदरती स्वाद आता है|
टीप : आप इस स्वादिष्ट डिश को मटन के साथ भी बना सकते है और चाहे तो वेज भी बना सकते है! (popati dish)
Popati Dish | “पोपटी” महाराष्ट्रीयन डीश
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